अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद पूरे पंजाब में अलर्ट, धार्मिक स्थानों में तैनात रहे जवान
अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद पूरे पंजाब में अलर्ट, धार्मिक स्थानों में तैनात रहे जवान
मोहाली के वाईपीएस चौक पर बंदी सिखों की रिहाई के लिए चल रहे संघर्ष स्थल पर शनिवार रात से सिक्योरिटी बढ़ाई हुई थी।

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की रविवार सुबह गिरफ्तारी के बाद पूरे राज्य में पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी। खासकर धार्मिक स्थानों, प्रमुख सड़कों और बाजारों के पास सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी साइबर सेल द्वारा स्पेशल नजर रखी जा रही थी। सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलने से रोकना पुलिस के लिए कड़ी चुनौती थी, क्योंकि इस बार इंटरनेट सर्विस को बंद नहीं किया गया। हालांकि शाम तक किसी भी स्थान से कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है। जबकि अमृतपाल को डिब्रूगढ़ भेज दिया गया है।

 

अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की तरफ मोगा समेत कई जिलों में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। इसके अलावा अधिकारी खुद फील्ड में सक्रिय थे। राज्य के विभिन्न एरिया में सुरक्षा बढ़ाने के पीछे कई वजह थी। क्योंकि जब कुछ दिन पहले पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के साथियों को गिरफ्तार किया था तो उनके समर्थकों ने मोहाली इंटरनेशल एयरपोर्ट पर रोड और अमृतसर जिले में जाम लगा दिया था। इस वजह से लोगों को काफी दिक्कत आई थी। ऐसे में पुलिस किसी भी तरह की ढील नहीं बरतना चाहती थी।

मोहाली के वाईपीएस चौक पर बंदी सिखों की रिहाई के लिए चल रहे संघर्ष स्थल पर शनिवार रात से सिक्योरिटी बढ़ाई हुई थी। उक्त एरिया में रात नौ बजे से ही स्पेशल नाके लगाए गए थे। वहीं, दूसरी तरफ पंजाब पुलिस ने लोगों से अपील की है कि भाईचारक सांझ व शांति को बनाए रखे। सोशल मीडिया पर चल रही जाली खबरों पर विश्वास न करे। आईजी हेडक्वार्टर सुखचैन सिंह गिल ने भी लोगों से इस बारे में अपील की थी। हालांकि किसी भी तरह कोई प्रदर्शन या अन्य चीज सामने नहीं आई।

 

कई ट्विटर अकाउंट किए बंद, छह केस दर्ज

अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए करीब 36 दिनों तक चले पंजाब पुलिस के ऑपरेशन में पुलिस ने सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर लंबी जंग लड़ी। क्योंकि विदेशों में बैठे खालिस्तान समर्थक लोग अमृतपाल को लेकर फर्जी खबरें चला दे रहे थे। जिससे कि इलाके में माहौल खराब होने की आंशका बनी हुई थी। इस दौरान पंजाब पुलिस ने करीब 200 से ज्यादा टविटर हैंडल भारत में बंद करवाए। इस दौरान कुछ पत्रकारों के टविट्र हैंडल भी बंद हो गए। इसको लेकर भी विवाद हुआ था। इसी तरह 1000 से अधिक फेसबुक पेज ब्लॉक किए गए। जबकि पांच एफआआईआर तक दर्ज की गई । क्योंकि इनमें अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी की फर्जी खबर चला दी थी।

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