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कतर ने नवंबर-दिसंबर में होने वाले फुटबॉल वर्ल्ड कप के लिए प्रशंसकों को बड़ी रात दी है। उसने कहा है कि कतर आने वाले प्रशंसकों के लिए कोविड अनिवार्य नहीं होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगर कोविड -19 मामले फिर से शुरू हो जाते हैं तो खिलाड़ियों और मैच अधिकारियों को "बायो-बबल" में रहने के लिए मजबूर किया जा सकता है। इसके अलावा नियमों का उल्लंघन करने वालों को टूर्नामेंट से भी बाहर किया जा सकता है।
फुटबॉल वर्ल्ड कप के आयोजकों ने भविष्यवाणी की है कि दस लाख से अधिक लोग दोहा में मैच देखने के लिए पहुंचेंगे। फुटबॉल की शासी निकाय फीफा ने कहा है कि वे चाहते हैं कि यह आयोजन एक संकेत हो कि दुनिया विनाशकारी महामारी से उबर रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने विश्व कप दिशानिर्देशों में कहा है कि देश में महामारी की स्थिति बिगड़ने की स्थिति में विशेष उपायों के लिए आदेश दिया जाएगा।
मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। ऐसे में प्रतिभागियों और आने वाले दर्शकों के लिए टीकाकरण की कोई आवश्यकता नहीं होगी। 20 नवंबर से शुरू होने वाले टूर्नामेंट के लिए कतर के लिए उड़ान भरने से पहले छह वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को कोविड -19 का टेस्ट कराना होगा। इसमें उनका रिजल्ट निगेटिव होना चाहिए।
सार्वजनिक परिवहन में प्रशंसकों को मास्क पहनना होगा। इसके अलावा यह आठ स्टेडियमों में भी लागू होगा। दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि कतर में कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को पांच दिन के लिए आइसोलेट रहना होगा।
फीफा ने बताया है कि उसने अभी तक इस टूर्नामेंट के 24.5 लाख टिकट बेच दिए हैं। इसमें दुनियाभर के फैन्स शामिल हैं। फीफा वर्ल्ड कप में अब 100 दिन से भी कम समय बच गया है। यह मिडिल ईस्ट और अरब देशों में होने वाला पहला फीफा वर्ल्ड कप है। 20 नवंबर से इस टूर्नामेंट की शुरुआत होगी। फीफा वर्ल्ड कप का क्रेज ऐसा है कि दुनियाभर से फैन्स इसे देखने पहुंचते हैं। यहां तक कि भारत में भी इस टूर्नामेंट को लेकर अलग क्रेज रहता है।
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