ICC Rule: सौरव गांगुली की समिति ने बदले नियम, अंपायर नहीं दे सकेंगे 'सॉफ्ट सिग्नल'
ICC Rule: सौरव गांगुली की समिति ने बदले नियम, अंपायर नहीं दे सकेंगे 'सॉफ्ट सिग्नल'
अभी तक मैदानी अंपायर ऐसे मौकों पर सॉफ्ट सिग्नल के रूप में 'आउट' या 'नॉट आउट' का इशारा करते हैं।

आईसीसी क्रिकेट समिति ने खेल के कई नियमों में बदलाव किए हैं। बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली की अगुआई वाली समिति ने मैदानी अंपायरों द्वारा दिए जाने वाले 'सॉफ्ट सिग्नल' को खत्म कर दिया है। इसके अलावा फ्री हिट पर अगर गेंद स्टंप पर लगती है तो बल्लेबाज को रन लेने की अनुमति होगी। सॉफ्ट सिग्नल की कई बार आलोचना हो चुकी है। इस कारण आईसीसी ने इसे हटा ही दिया है।

'सॉफ्ट सिग्नल' का इस्तेमाल मुश्किल कैच की वैधता निर्धारित करने के लिए किया गया था। ऐसे कैच की पुष्टि नग्न आंखों से नहीं की जा सकती थी। आईसीसी के नियमों के अनुसार, मैदानी अंपायर को जब किसी फैसले को लेकर संदेह होता है तो वह तीसरे अंपायर की मदद लेता है। इस दौरान वह अपना फैसला भी तीसरे अंपायर को बताया है। इसे सॉफ्ट सिग्नल कहा जाता है। 

अभी तक मैदानी अंपायर ऐसे मौकों पर सॉफ्ट सिग्नल के रूप में 'आउट' या 'नॉट आउट' का इशारा करते हैं। मैदानी अंपायर के सॉफ्ट सिग्नल का तीसरे अंपायर पर काफी असर पड़ता है। जब वह किसी फैसले तक नहीं पहुंच पाता हैं तो सॉफ्ट सिग्नल को ही मानते हैं। सीईसी द्वारा सौरव गांगुली के नेतृत्व वाली पुरुष क्रिकेट समिति और महिला क्रिकेट समिति की सिफारिशों को मंजूरी देने के बाद आईसीसी ने 'खेलने की स्थिति' में बदलाव की घोषणा की।

 

आईसीसी और गांगुली ने क्या कहा?

आईसीसी ने कहा, "बड़े बदलावों में सॉफ्ट सिग्नल को खत्म करना शामिल है। अब मैदानी अंपायरों को टीवी अंपायरों को फैसला सुनाते समय सॉफ्ट सिग्नल देने की आवश्यकता नहीं है। मैदानी अंपायर कोई भी फैसला लेने से पहले टीवी अंपायर से सलाह लेंगे।" पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने कहा, "पिछले कुछ सालों में क्रिकेट समिति की पिछली बैठकों में सॉफ्ट सिग्नल पर चर्चा की गई है। समिति ने इस पर विस्तार से विचार-विमर्श किया और निष्कर्ष निकाला कि सॉफ्ट सिग्नलअनावश्यक थे। कई बार भ्रमित करने वाले थे क्योंकि कैच के रेफरल रिप्ले में अनिर्णायक लग सकते हैं।"

 

हेलमेट को लेकर नए नियम

अन्य बड़ी घोषणाओं में ज्यादा जोखिम वाले जगहों पर फील्डिंग के दौरान हेलमेट को अनिवार्य करना भी शामिल है। जब बल्लेबाज तेज गेंदबाजों का सामना करेगा तो हेलमेट लगाना अनिवार्य होगा। इसके अलावा जब विकेटकीपर स्टंप के करीब खड़ा होगा और तब कोई फील्डर बल्लेबाज के सामने खड़ा होगा तो हेलमेट पहनना होगा। गांगुली ने कहा, "हमने खिलाड़ियों की सुरक्षा पर भी चर्चा की, जो हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। समिति ने फैसला किया कि खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ स्थितियों में हेल्मेट का उपयोग अनिवार्य करना सबसे अच्छा था।"

 

नया 'फ्री हिट नियम'

फ्री हिट नियम में एक मामूली बदलाव किया गया है। जब गेंद स्टंप से टकराती है तो फ्री हिट पर बनाए गए किसी भी रन को अब से बनाए गए रन के रूप में गिना जाएगा। इसका मतलब यह होगा कि बल्लेबाज अगर फ्री हिट पर बोल्ड भी होता है तो वह रन ले सकता है। आईसीसी द्वारा सभी नए बदलाव एक जून 2023 से लागू होंगे। ऐसे में इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट में पहली इन नियमों को आजमाया जाएगा। यह चार दिवसीय टेस्ट मैच होगा। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सात जून से शुरू होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी इन नियमों का इस्तेमाल किया जाएगा।

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