निशाने पर डायमंड लीग फाइनल्स पर नीरज चोपड़ा का खिताब, जीतने वाले पहले भारतीय
निशाने पर डायमंड लीग फाइनल्स पर नीरज चोपड़ा  का खिताब, जीतने वाले पहले भारतीय
नीरज चोपड़ा ने लुसाने डायमंड लीग में इतिहास रचते हुए अपने पहले ही थ्रो में 89.08 मीटर दूर जैवलिन फेंककर जीत दर्ज की। इसी के साथ नीरज ऐसा कारनामा करने बाले पहले भारतीय बन गए है।

 भारत के चैंपियन जेवलिन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा इतिहास रचने की दहलीज पर खड़े हैं। ओलंपिक चैंपियन चोपड़ा की निगाहें डायमंड लीग खिताब पर लगी हुई हैं। वह गुरुवार को ज्यूरिख में डायमंड लीग फाइनल्स में खिताब के मजबूत दावेदार के तौर पर आगाज करने वाले हैं। हालांकि 24 साल के भारतीय एथलीट के लिए ये मुकाबला आसान नहीं होगा लेकिन उनकी क्षमता और उपलब्धियां बताती है कि वे इस खिताब को अपने नाम करने वाले पहले भारतीय बन सकते हैं।

डायमंड लीग का ताज जीतने वाले पहले भारतीय!

हरियाणा में पानीपत के पास खंडरा गांव का रहने वाले नीरज चोपड़ा डायमंड लीग का ताज जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। वहीं चोपड़ा से पहले, डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा डायमंड लीग मीटिंग में शीर्ष तीन में रहने वाले एकमात्र भारतीय हैं। गौड़ा दो बार 2012 में न्यूयॉर्क में और 2014 में दोहा में दूसरे और 2015 में शंघाई और यूजीन दो मौकों पर तीसरे स्थान पर रहे थे।एक महीने तक बाहर रहे और शानदार वापसी करते हुए 26 जुलाई को डाइमंड लीग सीरीज का लुसाने स्टेज जीतकर फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया। वह लुसाने में अपने पहले ही प्रयास में 89.08 मीटर का थ्रो करके टाइटल को अपने नाम किया था। यहां उन्होंने अपने करियर का तीसरा बेस्ट थ्रो किया।

शानदार फॉर्म में नीरज चोपड़ा

चोपड़ा ने लुसाने में 85.88 मीटर दूर भाला फेंकने वाले वालडेज को हराकर जीत दर्ज की थी। लेकिन वह इस सीजन में 90 मीटर से ऊपर की थ्रो कर चुके हैं और ज्यूरिख फाइनल्स में 27 अंक के साथ टॉप पर जगह बनाई है। वहीं भारतीय खिलाड़ी ने 15 अंकों के साथ चौथे स्थान पर क्वालीफाई किया। डाइमंड लीग टेबल में टॉप 6 एथलीट्स ने ज्यूरिख फाइनल्स में क्वालीफाई किया है।यही नहीं उन्होंने हंगरी के बुडापेस्ट में होने वाले विश्व चैम्पियनशिप 2023 के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है। नीरज चोपड़ा ने अपने पहले ही प्रयास में  89.08 मीटर दूर जैवलिन फेंका जिसे छूना दूसरे खिलाड़ियों के लिए मुश्किल बन गया। इसके बाद नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 85.18 मीटर थ्रो किया, वहीं तीसरा अटेंप को उन्होंने स्किप किया। फिर चोपड़ा का चौथा प्रयास फाउल करार दिया गया और पांचवें अटेम्प से उन्होंने दूर रहने का फैसला किया।

 चोपड़ा से डायमंड लीग फाइनल्स टाइटल की उम्मीद

सुपरस्टार भारतीय एथलीट ने ने 2017 और 2018 में भी फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था पर सातवें और चौथे स्थान पर रहे। अच्छी खबर ये है कि फाइनल्स में शामिल 6 जेवलिन थ्रो प्लेयर्स में वर्ल्ड चैंपियन ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स इंजरी के कारण नहीं होंगे। चोपड़ा के सबसे बड़े कंपिटीटर चेक रिपब्लिक के ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट याकुब वाडलेज यहां मौजूद होंगे।









Comments

https://anantsamachar.com/assets/images/user-avatar-s.jpg

0 comment

Write the first comment for this!