पंजाब सरकार आयुष्मान भारत केंद्रों को बता रही मोहल्ला क्लिनिक, केंद्र ने फंड पर रोक की दी चेतावनी
पंजाब सरकार आयुष्मान भारत केंद्रों को बता रही मोहल्ला क्लिनिक, केंद्र ने फंड पर रोक की दी चेतावनी
पंजाब सरकार ने राज्य के भीतर अलग-अलग नामों से सुविधाएं शुरू की हैं। राज्य में उन्हें मोहल्ला क्लीनिक/आम आदमी क्लीनिक जैसे नाम दिए गए हैं।

केंद्र ने पंजाब सरकार पर आयुष्मान भारत केंद्रों की ब्रांडिंग मोहल्ला क्लीनिक के रूप में करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि पंजाब सरकार आयुष्मान भारत स्वास्थ्य केंद्रों को मोहल्ला क्लीनिक में बदल रही है। साथ ही इस मुद्दे पर मंत्रालय ने पंजाब सरकार को योजना के लिए धन रोकने की चेतावनी दी है। गौरतलब है कि मोहल्ला क्लीनिक आम आदमी पार्टी का पसंदीदा प्रोजेक्ट है। 

 

केंद्र ने लिखा पत्र

जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार ने इस मुद्दे पर पंजाब सरकार को छह फरवरी को एक पत्र भी लिखा था। इसमें मंत्रालय ने कहा कि राज्य ने योजना की भावना को खत्म कर दिया है। साथ ही एबी-एचडब्ल्यूसी की ब्रांडिंग आम आदमी क्लीनिक के रूप में करके अपनी प्रतिबद्धता का उल्ंलघन किया है। पत्र में यह भी कहा गया है कि पंजाब योजना के कार्यान्वयन संबंधी प्रावधानों का पालन नहीं कर रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पंजाब में लगभग 3029 उप-स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और शहरी स्वास्थ्य केंद्रों को मोहला क्लीनिक में बदल दिया गया है।

 

एमओयू के उल्लंघन का आरोप

एनएचएम की अतिरिक्त सचिव और मिशन निदेशक रोली सिंह ने पत्र में कहा कि राज्य ने योजना के एमओयू के खंड 10.3 और 10.10 के प्रावधानों का उल्लंघन किया है। ऐसे में एनएचएम के तहत राज्य को धन जारी करना अधिनियम के खंड 13 के प्रावधानों के अनुसार संभव नहीं लगता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी ने बताया कि आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWC) की योजना केंद्र और राज्य के 60:40 के अनुपात के साथ तैयार की गई है। अगर कोई राज्य कार्यान्वयन के दौरान योजना में बदलाव करता है, तो केंद्र से जारी होने वाली धनराशि रोक दी जाएगी। 

पत्र में पंजाब को दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने से रोकने और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार ब्रांडिंग सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था। उन्होंने कहा कि योजना के तहत पंजाब को 2022-23 में 1,114 करोड़ रुपये दिए गए हैं।

 

लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने किया था दावा

इससे पहले, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में दावा किया था कि पंजाब सरकार ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के फंड का दुरुपयोग किया है। पंजाब सरकार ने राज्य के भीतर अलग-अलग नामों से सुविधाएं शुरू की हैं।  राज्य में उन्हें मोहल्ला क्लीनिक/आम आदमी क्लीनिक जैसे नाम दिए गए हैं। उन्होंने कहा था कि  पंजाब और आंध्र प्रदेश की सरकारें राज्य मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) का उल्लंघन कर रही हैं।

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