अपनी पहचान छिपाकर देहरादून में अवैध रूप से बंगाली डॉक्टर के रूप में काम कर रहा था बांग्लादेशी नागरिक
अपनी पहचान छिपाकर देहरादून में अवैध रूप से बंगाली डॉक्टर के रूप में काम कर रहा था बांग्लादेशी नागरिक
अपनी पहचान छिपाकर देहरादून में अवैध रूप से बंगाली डॉक्टर के रूप में काम कर रहा था बांग्लादेशी नागरिक

अपनी पहचान छिपाकर देहरादून में अवैध रूप से बंगाली डॉक्टर के रूप में काम कर रहा था बांग्लादेशी नागरिक

 एसएसपी देहरादून को गोपनीय माध्यम से सेलाकुई क्षेत्र में 01 बांग्लादेशी नागरिक के अपनी पहचान बदलकर अवैध रूप से रहने की सूचना प्राप्त हुई। प्राप्त सूचना पर एसएसपी देहरादून द्वारा एल0आई0यू0 देहरादून को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये गये। 

      जिस पर एलआईयू यूनिट सहसपुर की टीम द्वारा सेलाकुई क्षेत्र मे सत्यापन अभियान चलाते हुए उक्त संदिग्ध व्यक्ति के संबंध में गोपनीय रूप से जानकारी एकत्र की गोपनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर ग्राम कैंचीवाला धूमनगर चौक सेलाकुई से एक बंगाली डॉक्टर अमित कुमार को हिरासत में लिया गया, जिससे पूछताछ में पहले उसने अपना नाम अमित कुमार पुत्र मनीसन्त अधिकारी  निवासी पश्चिम बंगाल बताया, सख्ती से पूछताछ में अभियुक्त ने अपना वास्तविक नाम चयन अधिकारी तथा उसके मूल रूप से विलेज रोड श्रीपुर, सुल्तानपुर, पोस्ट - ढालग्राम, जेसोर, बांग्लादेश के होने की जानकारी दी। अभियुक्त के पास से पुलिस को भारत में अवैध तरीके से बनाये गए दस्तावेज आधार कार्ड, पैन कार्ड तथा ड्राइविंग लाइसेंस बरामद हुए है।  

उक्त बांग्लादेशी नागरिक को अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर निवास करने के अपराध में गिरफ्तार किया गया, जिसके विरुद्ध थाना सेलाकुई पर 14 विदेशी अधिनियम एवं धारा 318(4)/338/336(3)/340(2) BNS के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। 

अभियुक्त से पूछताछ का विवरण -  

अभियुक्त चयन अधिकारी पुत्र मनीसन्त अधिकारी निवासी विलेज रोड श्रीपुर, सुल्तानपुर, पोस्ट - ढालग्राम, जेसोर, बांग्लादेश ने पूछताछ मे बताया कि वर्ष 2017-18 में बेनापोल बॉर्डर उत्तर 24 परगना पश्चिम बंगाल से  बांग्लादेशी पासपोर्ट पर भारत आया था, जहाँ से वह संभल उत्तर प्रदेश अपने ताऊ शंकर पुत्र स्व० अमोल कृष्णा के पास मोहमदपुर पहुँचा, जो बंगाली डॉक्टर की क्लिनिक चलाते थे। अभियुक्त द्वारा भारत मे छिपे रहने के उद्देश्य से अपने ताऊ के पास मेडिकल प्रैक्टिशनर के रूप में काम सीखा तथा अपनी वास्तविक पहचान छुपा कर अवैध तरीके से अमित कुमार नाम से आधार कार्ड, पैन कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस आदि दस्तावेज बनवा लिए। वर्ष 2022 में अभियुक्त के ताऊ की मृत्यु होने के बाद पकड़े जाने के डर से अभियुक्त ने अपना बांग्लादेशी पासपोर्ट जला दिया तथा अलग अलग स्थानों पर भारतीय पहचान पत्र के आधार पर काम करने लगा, पिछले कुछ महीनों से अभियुक्त सेलाकुई में आकर अवैध रूप से उक्त बंगाली क्लिनिक को चला रहा था।  

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