उत्तराखण्ड एसटीएफ की बडी कार्यवाही – उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स /साइबर का संयुक्त ऑपरेशन डिपार्टमेंट ऑफ़ टेलीकम्यूनिकेशन एवं I4C ,गृह मंत्रालय के साथ
उत्तराखण्ड एसटीएफ की बडी कार्यवाही – उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स /साइबर का संयुक्त ऑपरेशन डिपार्टमेंट ऑफ़ टेलीकम्यूनिकेशन एवं I4C ,गृह मंत्रालय के साथ
उत्तराखण्ड एसटीएफ की बडी कार्यवाही –

उत्तराखण्ड एसटीएफ की बडी कार्यवाही – उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स /साइबर का संयुक्त ऑपरेशन डिपार्टमेंट ऑफ़ टेलीकम्यूनिकेशन एवं I4C ,गृह मंत्रालय के साथ


 
01 अभियुक्त द्वारा साईबर धोखाधडी व अन्य अपराधो हेतु स्थानीय भोले भाले लोगो के नाम फर्जी मोबाईल सिम एक्टिवेट कराके की जा रही थी अवैध गतिविधियाँ । 01 अभियुक्त के विरुद्ध भारत सरकार के टेलीकम्यूनिकेशन एक्ट में  अभियोग पंजीकृत कराते हुए विरूद्ध विविध प्रावधानो के तहत की गई कार्यवाही ।

अभियुक्त द्वारा अवैध गतिविधियों कारित करने हेतु अलग-अलग व्यक्तियो के नाम विभिन्न फर्जी सिम प्राप्त कर अपराध किया जा रहा था । एक्टिवेटेड मोबाईल सिमो के नेपाल के लोगो को बेचे जाने की संदिग्धता पायी गई ।

अभियुक्त से स्थानीय लोगो की आईडी पर एक्टिवेट वीआई कम्पनी के 748 प्री एक्टिवेटेड मोबाईल सिम कार्ड, 12 आधार कार्ड, 05 मोबाईल फोन, पैन कार्ड बरामद की गयी  ।

श्रीमान पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड, श्री दीपम सेठ के दिशा निर्देशन में साईबर धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करते हुये साईबर पीड़ितो को न्याय दिलाया जा रहा है ।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, श्री नवनीत सिंह द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि दूरसंचार मंत्रालय भारत सरकार के निदेशक उत्तर प्रदेश पश्चचिम सुनील भादू, सहायक निदेशक दूरसंचार उत्तर पश्चिचम श्री प्रवीण जैन तथा निदेशक दूरसंचार विभाग उत्तराखण्ड श्री लव गुप्ता द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय बार्डर नेपाल से सटे सीमांत जनपद पिथौरागढ के बेरीनाग थानाक्षेत्रान्तर्गत थोडे समय मे बडी मात्रा में अलग-अलग लोगो के नामो से सिम एक्टिवेट कर राष्ट्रविरोधी व साईबर धोखाधडी में प्रयोग किये जाने की संभावना है । 

STF तथा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन द्वारा एक्टिवेट किये गये मोबाईल सिमो के सम्बन्ध में जानकारी जुटाने हेतु सम्बन्धित टेलीकॉम कम्पनियो से पत्राचाकर कर डाटा प्राप्त किया गया । प्राप्त डाटा का विश्लेषण करने पर जानकारी मे आया कि अभियुक्त द्वारा स्थानीय लोगो को लालच व विभिन्न प्रकार से झाँसे मे उनके आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज लेकर मोबाईल सिमो को एक्टिवेट करके अज्ञात व्यक्तियो को बेचा जा रहा है । जिनसे साईबर धोखाधडी व अन्य अपराध किया जा सकता है ।

    प्रकरण की गंम्भीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड के निर्देशन में मामले का पर्यवेक्षण अपर पुलिस अधीक्षक श्री स्वप्न किशोर, पुलिस उपाधीक्षक श्री अंकुश मिश्रा एंव पुलिस उपाधीक्षक श्री आर0बी0 चमोला के दिशा निर्देशन में घटना के शीघ्र अनावरण हेतु टीम का गठन कर टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये । 

उच्चाधिकारियो के दिशा निर्देश में सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए एसटीएफ तथा साईबर थाना पुलिस कुमाँयू यूनिट द्वारा तकनीकी व मैनुअली सूचना संकलित कर जानकारी जुटाई गई । स्थानीय स्तर पर जानकारी जुटाने पर ज्ञात हुआ कि अभियुक्त बेरीनाग क्षेत्रान्तर्गत नयाबाजार में आर0के0 इलैक्टोनिक्स एण्ड मोबाईल सेन्टर नाम से मोबाईल की दुकान की आङ में फर्जी सिमो के अवैध व्यापार पर लिप्त है । अभियुक्त पर वर्ष 2024 मे भी फर्जी सिमो के क्रय विक्रय के सम्बन्ध में थाना बेरीनाग पर अभियोग पंजीकृत हुआ है । अभियुक्त द्वारा स्थानीय व्यक्तियो के आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज लेकर सिमो को एक्टिवेट व उन एक्टिवेट मोबाईल सिमो को अन्य कम्पनियों मे पोर्ट कर लाभ कमाने के उदेश्य से लगातार संदिग्ध व अवैध गतिविधियो को अंजाम दिया जा रहा हैं । इस सूचना पर कार्यवाही करते हुए एसटीएफ देहरादून यूनिट तथा साईबर थाना कुमाँयू परिक्षेत्र द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए अभियुक्त की सटीक पहचान कर उसका पता किया गया । अभियुक्त की पुख्ता जानकारी प्राप्त करने पर दिनांक 27-06-2025 को कार्यवाही करते हुए अभियुक्त रघुवीर सिंह कार्की उम्र 30 वर्ष पुत्र श्री हरेन्द्र सिंह कार्की निवासी कालेटी गुर्बुरानी, उपाधया थाना बेरीनाग जनपद पिथौरागढ के विरूद्ध थाना बेरीनाग जनपद पिथौरागढ में मु0अ0सं0 - 16/2025  धारा 3(5) 318(4) 61(2) बीएनएस 2023 व 42 टेलीकम्यूनिकेशन अधि0 2023  में अभियोग पंजीकृत करा आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की गई । अभियुक्त द्वारा साईबर धोखाधडी व अन्य अपराधो हेतु स्थानीय भोले भाले लोगो के नाम फर्जी मोबाईल सिम एक्टिवेट कराके की जा रही थी अवैध गतिविधियाँ । अभियुक्त द्वारा अवैध गतिविधियों कारित करने हेतु अलग-अलग व्यक्तियो के नाम विभिन्न फर्जी सिम प्राप्त कर अपराध किया जा रहा था । लोगो की ID वेरिफिकेशन को अगले दिन गलत बायोमेट्रिक ID इस्तेमाल करके नया SIM अगले दिन जारी करा लेता है जहा भोले भले लोगो को पता भी नहीं चलता है | एक्टिवेटेड वोडाफोन आईडिया मोबाईल सिमो के नेपाल के लोगो को बेचे जाने की संदिग्धता पायी गई । इस सन्दर्भ में विवेचना की जा रही है ।

 स्थानीय लोगो की आईडी पर एक्टिवेटेड वीआई कम्पनी के 748 मोबाईल सिम कार्ड, 12 आधार कार्ड, 05 मोबाईल फोन, पैन कार्ड बरामद की गयी  ।


I4C, गृह मंत्रालय द्वारा सदैव उत्तराखंड पुलिस को सहयता एंड समन्वय दिया जा रहा जिसमें नंबर से संबंधित विश्लेषण में डिप्टी डायरेक्टर I4C मुनेश दत्त एवं POS से संबंधित विश्लेषण में रुशी मेहता द्वारा विशेष योगदान रहता है।   उत्तराखंड STF I4C सीईओ डॉ राजेश कुमार (आईपीएस), IG I4C रूपा म (आईपीएस), DCP I4C रश्मि शर्मा यादव का आभार व्यक्त करती है।  
इसके अतिरिक्त विशेष आभार नवीन जाखड़ डायरेक्टर AI एवं डिजिटल इंटेलिजेंस, दूरसंचार मुख्यालय, नई दिल्ली का भी जिनके द्वारा लगातार समस्त राज्य पुलिस को सहायता प्रदान की जा रही है|



वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड श्री नवनीत सिंह ने जनता से अपील की है कि वे ऐसी सभी दुकानों, पीओएस एजेंटों की रिपोर्ट करें जो मुफ्त ऑफर, मुफ्त रिचार्ज आदि का लालच देकर बड़ी मात्रा में सिम ले रहे हैं। सभी लोग संचार साथी, DOT की TAFCOP सुविधा का उपयोग करके यह जांच सकते हैं कि उनके आधार पर कितने सिम कार्ड जारी किए गए हैं और कृपया उपयोग किए जा रहे किसी भी संदिग्ध सिम को ब्लॉक करने के लिए रिपोर्ट करें। वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें ।

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