86 फीसदी लोग दुकानों से खरीदते हैं किराना सामान, दो फीसदी लोग ऑनलाइन का लेते हैं सहारा
86 फीसदी लोग दुकानों से खरीदते हैं किराना सामान, दो फीसदी लोग ऑनलाइन का लेते हैं सहारा
एक्सिस माई इंडिया ने 10,207 लोगों के साथ सर्वे किया। इसमें 70 फीसदी लोग गांवों से और 30 फीसदी शहरों से थे। इसमें 56 फीसदी पुरुष थे, जबकि 44 फीसदी महिलाएं थीं।

बढ़ते ऑनलाइन और ई-कॉमर्स के बावजूद देश में 86 फीसदी लोग स्थानीय किराना दुकानों से सामान खरीदना पसंद कर रहे हैं। केवल दो फीसदी लोग ऑनलाइन का सहारा लेते हैं। ऑनलाइन ऐप्स में 17 फीसदी उपभोक्ता किराने की खरीदारी के लिए अमेजन का जबकि 15 फीसदी फ्लिपकार्ट का उपयोग करते हैं। 8 फीसदी लोग जियो मार्ट से खरीदारी करते हैं।

एक्सिस माई इंडिया ने 10,207 लोगों के साथ सर्वे किया। इसमें 70 फीसदी लोग गांवों से और 30 फीसदी शहरों से थे। इसमें 56 फीसदी पुरुष थे, जबकि 44 फीसदी महिलाएं थीं। एक्सिस माई इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक प्रदीप गुप्ता ने कहा, भारत की स्थिर आर्थिक वृद्धि और कीमतों में गिरावट के संकेतों से उपभोक्ता विश्वास में सुधार हुआ है। महीने भर के त्योहारी उत्सवों ने इस भावना को बढ़ाने का काम किया है। स्वास्थ्य से संबंधित जैसे विटामिन, परीक्षण, स्वस्थ भोजन पर खर्च 39 फीसदी परिवारों के लिए बढ़ गया है।

 

त्योहारों में 29 फीसदी ने की अधिक खरीदारी

29 फीसदी उपभोक्ता इस त्योहारी मौसम में अधिक खरीदारी कर चुके हैं या अधिक खरीदारी करने की योजना बना रहे हैं। 37 फीसदी ने सेल्स सीजन के दौरान अधिक कपड़े खरीदना पसंद किया, जबकि 23 फीसदी और 14 फीसदी ने क्रमशः किराने का सामान और खाद्य सामग्रियां खरीदना पसंद किया। 

 

अप्रैल-सितंबर में गेहूं निर्यात दोगुना बढ़कर 1.48 अरब डॉलर

गेहूं का निर्यात सितंबर छमाही में सालाना आधार पर दोगुना बढ़कर 1.48 अरब डॉलर पहुंच गया। एक साल पहले की समान अवधि में निर्यात 63 करोड़ डॉलर रहा था। हालांकि, सरकार ने मई में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था, लेकिन खाद्य जरूरतें पूरी करने के लिए गेहूं की मांग करने वाले कुछ देशों को निर्यात की अनुमति है। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक गेहूं की आपूर्ति गंभीर रूप से बाधित हो गई है। इस दौरान कृषि व प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात 25 फीसदी बढ़ा है।

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