
345
views
views
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दूसरे लोकतंत्र शिखर सम्मेलन को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दूसरे लोकतंत्र शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत वास्तव में लोकतंत्र की जननी है। लोकतंत्र सिर्फ एक ढांचा नहीं है, यह एक आत्मा भी है। यह इस विश्वास पर आधारित है कि हर इंसान की जरूरतें और आकांक्षाएं समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। भारत में हमारा मार्गदर्शक दर्शन सबका साथ, सबका विकास' है - जिसका अर्थ है 'समावेशी विकास के लिए एक साथ काम करना'। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज अनेक वैश्विक चुनौतियों के बावजूद सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। यह स्वयं विश्व में लोकतंत्र के लिए सबसे अच्छा उदाहरण है।
Comments
0 comment