मध्यम आय वाला देश बना रहेगा श्रीलंका, राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी की गई सफाई
मध्यम आय वाला देश बना रहेगा श्रीलंका, राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी की गई सफाई
राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे के मीडिया विभाग की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया है कि श्रीलंका एक मध्यम आय वाला देश बना रहेगा, लेकिन हम विश्व बैंक से अनुरोध करेंगे कि अंतरराष्ट्रीय विकास संघ (IDA) से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए जरूरी पात्रता हासिल करने में हमारी मदद करे।

गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे रहे देश श्रीलंका के राष्ट्रपति के मीडिया विभाग की ओर से मंगलवार को कहा गया है कि श्रीलंका एक मध्यम आय वाला देश बना रहेगा। श्रीलंका की ओर से उसी के अनुरूप विश्व बैंक से रियायती ऋण जारी करने का अनुरोध किया गया है। 

राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे के मीडिया विभाग की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया है कि श्रीलंका एक मध्यम आय वाला देश बना रहेगा, लेकिन हम विश्व बैंक से अनुरोध करेंगे कि अंतरराष्ट्रीय विकास संघ (IDA) से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए जरूरी पात्रता हासिल करने में हमारी मदद करे।

 

बता दें कि इसके कुछ घंटे पहले ही श्रीलंका के मंत्रिमंडल ने अभूतपूर्व आर्थिक संकट को देखते हुए देश के आर्थिक दर्जा को घटाकर कम आय वाला देश करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। विश्व बैंक के अनुसार वर्ष 2021 में श्रीलंका का प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 3,815 डॉलर था। यह आंकड़ा श्रीलंका को मध्यम आय श्रेणी में रखता है।

श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने इस वर्ष जीडीपी में 8.7 प्रतिशत गिरावट आने का अनुमान जताया है। राज्य सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ाें के अनुसार इस सात सितंबर महीने में देश की मुद्रास्फीति 69.8 प्रतिशत के रिकॉर्ड स्तर पर है। यह महीने पूर्व यह 64.3 प्रतिशत था।

श्रीलंका सरकार के मंत्रिमंडल ने गंभीर आर्थिक परिदृश्य को देखते हुए मंगलवार को विश्व बैंक जैसे वैश्विक पूंजी ऋणदाताओं से अतिरिक्त रियायती धन प्राप्त करने के लिए श्रीलंका को कम आय वाले देश में वर्गीकृत करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।

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